जादू करके ओ पिया कित गयो जादू करके: एक सुरीला और भावपूर्ण कृष्ण भजन है, जिसमें भक्त अपनी भावनाओं के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण के अद्भुत आकर्षण और मोहक रूप का वर्णन करता है। इस भजन में राधा-कृष्ण के प्रेम की मधुरता, उनकी लीलाओं का आनंद और कान्हा के मनमोहक स्वरूप का जिक्र है, जो सुनने वाले को भक्ति और प्रेम के सागर में डुबो देता है।
जादू करके ओ पिया कित गयो जादू करके लिरिक्स in Hindi

जादू करके, जादू करके, जादू करके,
ओ पिया कित गयो जादू करके ।।
नन्दनंदन पिया कपट जो कीनो – 2,
निकल गयो, निकल गयो,
निकल गयो, छल करके,
जादू करके, जादू करके, जादू करके,
ओ पिया कित गयो जादू करके ।।
मोर मुकुट पिताम्बर सोहे, (x5)
कबहु न मिले, कबहु न मिले,
कबहु न मिले, अंग भरके,
जादू करके, जादू करके, जादू करके,
ओ पिया कित गयो जादू करके ।।
मीरा दासी शरण जाे आई, (x5)
चरणकमल, चरणकमल,
चरणकमल, चित धरके,
जादू करके, जादू करके, जादू करके,
ओ पिया कित गयो जादू करके ।।
(गिरधर नागर कहती मीरा – २,
नटवर नागर कहती मीरा – २)
लिरिक्स – मीरा बाई