भोला भगत म्हे तो, श्याम दरबार का,
यो जग सारो भोला ने भूलावे है,
भोला ही तो सांवरा ने भावे है ।।
चतुराई चौपट कर जावे,
ज्ञानी भंवर में गोता खावे,
कर्म लौट के ओठा आवे,
सीधा लोग सीधा दिल तक जावे है,
भोला ही तो सांवरा ने भावे है ।।
भटक गया जि महे तो जग गलियारे में,
काई काई बोलूं काई, होयो बाबा म्हारे में,
आधा सा हो गया मैं तो, माया के उजाले में,
म्हारी माखी श्याम उड़ावे है,
भोला ही तो सांवरा ने भावे है ।।
जद भी श्याम के द्वारे जाओ,
वेहम ने छोड़कर बाहर आओ,
बन के फकीरा श्याम रिझाओ,
अठे एहमी अहमियत गवावे है,
भोला ही तो सांवरा ने भावे है ।।
सुख में होश ना खोवा म्हे तो,
दुख आगे ना रोवा म्हे तो,
तान के खूटी सोवा म्हे तो,
‘गोलू’ लोरिया भी श्याम सुनावे है,
भोला ही तो सांवरा ने भावे है ।।
लिरिक्स – नितेश शर्मा जी (गोलू जी)
भोला भगत म्हे तो, श्याम दरबार का लिरिक्स in hindi
