हे दयालु आपका आधार है: यह भजन राजू चितलांगीया जी की मार्मिक रचना है, जिसमें भक्त अपने जीवन के दुख-दर्द प्रभु श्याम जी के चरणों में समर्पित करता है। इसमें एक व्याकुल मन की पुकार है, जो जीवन की कठिनाइयों और अंधकार में केवल प्रभु को ही अपना सहारा मानता है। श्याम जी को दीन-दुखियों का नाथ, सहारा और जीवन की मंज़िल बताकर, भक्त उनसे करुणा और कृपा की याचना करता है। यह भजन श्याम नाम में अटूट विश्वास और प्रेम का भावपूर्ण प्रतीक है
हे दयालु आपका आधार है लिरिक्स in hindi
हे दयालु आपका आधार है,
जिंदगी में दु:खो की भरमार है ।।
तर्ज – दिल के अरमां आंसुओं में ।
भटकता व्याकुल ये मनवा,यहाँ वहाँ,
सब जगह मिली ठोकरे,पहुंचा जहाँ,
हर तरफ छाया प्रभु, अंधकार है,
हे दयालु आपका आधार है ।।
नाथ दीनो के,आप हो साँवरे,
बन सहारा दे दो, ठंडी छाँव रे,
प्रेमी करते श्याम से, पुकार है,
हे दयालु आपका आधार है ।।
तड़फते दिल ने जो राहे,पायी थी,
मुश्किलों से शुभ घड़ी वो,आयी थी,
ना मैं भूँलुं जो प्रभु,उपकार है,
हे दयालु आपका आधार है ।।
हर जनम में आप हो,मंजिल मेरी,
धड़कने इस दिल की बाबा, हो तेरी,
‘राजू’ को प्रभु आपकी, दरकार है,
हे दयालु आपका आधार है ।।
लिरिक्स – राजू चितलांगीया जी