मुझे दर्शन दे गया वो, कल रात सोते सोते: यह भजन जयशंकर चौधरी (बनवारी) जी की अत्यंत भावपूर्ण और हृदयस्पर्शी रचना है। इसमें एक भक्त अपने अनुभव को साझा करता है कि किस प्रकार प्रभु ने स्वप्न में आकर उसे दर्शन दिए। सोते-सोते प्रभु का आभास होना और उनसे संवाद करना, भक्त की गहरी श्रद्धा और प्रेम को दर्शाता है। इसमें प्रभु के चरणों में मिलने वाली शांति, सभी शिकवे-शिकायतों का मिट जाना और अंत में उनके स्नेहिल आलिंगन का चित्रण है। यह भजन भक्त और भगवान के आत्मिक मिलन का अद्भुत अनुभव कराता है।
मुझे दर्शन दे गया वो, कल रात सोते सोते लिरिक्स in hindi
मुझे दर्शन दे गया वो, कल रात सोते सोते,
फिर बीती रात मेरी, उससे बात होते होते ।।
तर्ज़ – यूँही कोई मिल गया था ।
मुझे याद हैं अभी भी, वो रात का नजारा,
वो सामने खड़ा था, आभास होते होते,
मुझे दर्शन दे गया वो, कल रात सोते सोते ।।
जैसे सामने ये मूरत, वैसी ही मैंने देखी,
में तो चरणों में पड़ा था, यु निहाल होते होते,
मुझे दर्शन दे गया वो, कल रात सोते सोते ।।
वो गीले वो सारे शिकवे, जो ज़रा में उससे कहता,
सब भूलते ही जाते, मुझे याद होते होते,
मुझे दर्शन दे गया वो, कल रात सोते सोते ।।
मुझको गले लगाया, फिर प्यार से वो बोला,
तू अब भी रो रहा हैं, मेरे पास होते होते,
मुझे दर्शन दे गया वो, कल रात सोते सोते ।।
जिसे जिंदगी भर चाहा, जिसे दिल से मैंने पूजा,
झलक ‘बनवारी’ दिखा गया वो, सुप्रभात होते होते,
मुझे दर्शन दे गया वो, कल रात सोते सोते ।।
लिरिक्स – जयशंकर चौधरी (बनवारी)