“आए हैं मैया के नवराते” एक भक्तिमय गीत है जो नवरात्रि की पावन महिमा का वर्णन करता है। इसमें मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना, भक्तों की आस्था और मां के चमत्कारों का सुंदर चित्रण किया गया है। गीत में झनकारती पायल, खनकती चूड़ियां और सजी हुई चौकी का वर्णन नवरात्रि के उत्साह और भक्ति भाव को जीवंत बना देता है। मां शेरावाली, ज्योता वाली, पहाड़ा वाली आदि स्वरूपों की स्तुति करते हुए यह गीत भक्तों के मन को आनंद और भक्ति से भर देता है।
आए हैं मैया के नवराते लिरिक्स in Hindi
झन-झन झनके पायलिया झनके,
खन-खनके चूड़ियां खनके,
आए हैं मैया के नवराते,
खुशियों से मोरा जियरा छलके ।।
हाँ, झन-झन झनके पायलिया,
खन-खनके चूड़ियां खनके,
शेरावाली, ज्योता वाली, पहाड़ा वाली, मेहरा वाली ।।
चौकी सजाओ मंगल गाओ, नौ दिन नौ जगराते कराओ,
ध्वजा, नारियल, पुष्प चढ़ाकर, मां की पावन ज्योत जलाओ,
लहराए मैया की चुनर,
माथे की बिंदिया चम-चम चमके ।।
हाँ, झन-झन झनके पायलिया,
खन-खनके चूड़ियां खनके,
शेरावाली, ज्योता वाली, पहाड़ा वाली, मेहरा वाली ।।
ध्यानु भगत का मान बढ़ाया, घोड़े का कटा शीश लगाया,
आशीष देकर तूने ओ मैया, श्रीधर से भंडारा कराया,
बड़ी निराली तेरी माया,
भक्तों पे तेरी ममता छलके।।
हाँ, झन-झन झनके पायलिया,
खन-खनके चूड़ियां खनके,
शेरावाली, ज्योता वाली, पहाड़ा वाली, मेहरा वाली ।।
हम बालक शरण तेरी आए, सेवा से सारे सुख पाए,
तेरी शोभा के गुण गाकर, हर्ष भी चरणों में रम जाए,
छवि निहारूँ मैं तो मैया,
जब-जब खुले ये मेरी पलकें ।।
हाँ, झन-झन झनके पायलिया,
खन-खनके चूड़ियां खनके,
शेरावाली, ज्योता वाली, पहाड़ा वाली, मेहरा वाली ।।
शेरावालिए… ज्योतावालिए… पहाड़ावालिए…,
लाटावालिए… अंबेरानीए… माता रानी… ।।