भक्तों को दर्शन दे गई रे, एक छोटी-सी कन्या: यह भजन माता वैष्णो देवी की महिमा का भावपूर्ण वर्णन करता है, जिसमें एक छोटी-सी कन्या रूप धारण कर माँ भक्तों को दर्शन देती हैं। भजन में भक्तों के प्रश्नों के उत्तर में माता अपना नाम “वैष्णो माँ”, धाम “त्रिकूट पर्वत”, सवारी “पीला शेर”, प्रसाद “हलवा-पूरी-चना”, श्रृंगार “लाल चोला” और शस्त्र “त्रिशूल-चक्र” बताती हैं। अंत में माता का सबसे प्रिय “भक्तों का प्यार” बताया गया है। इस भजन के माध्यम से माँ वैष्णो देवी की सरल, भक्तवत्सल और कृपालु छवि को प्रकट किया गया है, जो अपने भक्तों को स्नेह, आस्था और शक्ति का संदेश देती हैं।
भक्तों को दर्शन दे गई रे, एक छोटी-सी कन्या लिरिक्स in hindi
भक्तों को दर्शन दे गई रे, एक छोटी-सी कन्या,
छोटी-सी कन्या, इक छोटी-सी कन्या,
भक्तों को दर्शन दे गई रे, एक छोटी-सी कन्या ।।
भक्तों ने पूछा मैया नाम तेरा क्या है,
वैष्णों माँ बतला गई रे, एक छोटी-सी कन्या,
भक्तों को दर्शन दे गई रे, एक छोटी-सी कन्या ।।
भक्तों ने पूछा मैया धाम तेरा कहाँ है,
पर्वत त्रिकूट बता गई रे, एक छोटी-सी कन्या,
भक्तों को दर्शन दे गई रे, एक छोटी-सी कन्या ।।
भक्तों ने पूछा माँ, सवारी तेरी क्या है,
पीला शेर बता गई रे, एक छोटी-सी कन्या,
भक्तों को दर्शन दे गई रे, एक छोटी-सी कन्या ।।
भक्तों ने पूछा माँ, प्रसाद तेरा क्या है,
हलवा पूरी चना बता गई रे, एक छोटी-सी कन्या,
भक्तों को दर्शन दे गई रे, एक छोटी-सी कन्या ।।
भक्तों ने पूछा माँ, श्रृंगार तेरा क्या है,
चोला लाल बता गई रे, एक छोटी-सी कन्या,
भक्तों को दर्शन दे गई रे, एक छोटी-सी कन्या ।।
भक्तों ने पूछा माँ, शस्त्र तेरा क्या है,
त्रिशूल चक्र बता गई रे, एक छोटी-सी कन्या,
भक्तों को दर्शन दे गई रे, एक छोटी-सी कन्या ।।
भक्तों ने पूछा माँ, प्यारा तेरा क्या है,
भक्तों का प्यार बता गई रे, एक छोटी-सी कन्या,
भक्तों को दर्शन दे गई रे, एक छोटी-सी कन्या ।।