इतना तो करना स्वामी, जब प्राण तन से निकले लिरिक्स (Itna to karna swami, jab pran tan se nikle lyrics in hindi)
भजन “इतना तो करना स्वामी, जब प्राण तन से निकले” एक भावपूर्ण प्रार्थना है जिसमें भक्त अपने जीवन के अंतिम […]
भजन “इतना तो करना स्वामी, जब प्राण तन से निकले” एक भावपूर्ण प्रार्थना है जिसमें भक्त अपने जीवन के अंतिम […]
वो काला एक बांसुरी वाला: यह भजन श्रीकृष्ण की चंचल लीलाओं और उनके मधुर बाँसुरी वादन का सुंदर वर्णन करता
वृन्दावन का कृष्ण कन्हैया: यह भजन भगवान श्रीकृष्ण की मधुर लीलाओं और उनके अनुपम आकर्षण का सुंदर वर्णन करता है।
प्रबल प्रेम के पाले पड़कर: यह भजन प्रभु श्रीकृष्ण की अनंत लीलाओं और भक्तों के प्रति उनके प्रेम की गहराई
वृन्दावन के ओ बाँके बिहारी: यह भजन बाँके बिहारी जी के प्रति भक्तों की गहन विरह भरी पुकार को व्यक्त
श्याम भज ले घड़ी दो घड़ी: यह भजन जीवन की गहरी सच्चाई को सरल शब्दों में प्रस्तुत करता है। इसमें
बंदे अब छोड़ दे हड़बड़ी, श्याम भजले घड़ी दो घड़ी: यह भजन श्रद्धा और भक्ति से भरे संदेश को प्रस्तुत
सीता के राम, राधा के श्याम: यह भजन भगवान के विभिन्न रूपों और उनकी अनन्य भक्तों के साथ जुड़ी अमर
बंसी बजाते हुए किसी ने मेरा श्याम देखा: यह भजन श्रीकृष्ण की मधुर लीलाओं और उनके विभिन्न रूपों का सुंदर
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो: यह प्रसिद्ध भजन “पायो जी मैंने राम रतन धन पायो” भक्ति की अनमोल
कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं: यह भजन मानव जीवन की सच्ची सार्थकता पर गहरा संदेश देता है। इसमें बताया
यह भजन “राधे-राधे जपो, चले आयेंगे बिहारी” राधा-कृष्ण प्रेम और नाम-स्मरण की महिमा को दर्शाता है। इसमें राधा रानी को
मुझे दर्शन दे गया वो, कल रात सोते सोते: यह भजन जयशंकर चौधरी (बनवारी) जी की अत्यंत भावपूर्ण और हृदयस्पर्शी
श्री श्याम महर करदो, अब तो दुखियारे पर: यह भजन राजू चितलांगीया जी की हृदयस्पर्शी रचना है, जिसमें एक दुखी
भजन “लाला के जनम दिन की सबको बधाई” श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का उल्लासमय वर्णन करता है। इसमें नंद के आंगन में
यह भजन “मेरो छोटो सो बिहारी बड़ो प्यारो लागे” भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं और उनके अलौकिक सौंदर्य का अद्भुत
तुम्हारी याद आती है, बताओ क्या करें मोहन:- एक भावपूर्ण भजन है जिसमें भक्त अपनी गहरी तड़प और विरह की
ये तो प्रेम की बात है उधो:- एक सुंदर भजन है जिसमें सच्चे प्रेम, भक्ति और भगवान श्रीकृष्ण के प्रति
देखो आज भयो ललना: यह भजन नंदबाबा के घर हुए श्रीकृष्ण जन्म की आनंदमयी वेला का सुंदर वर्णन करता है।
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की: यह भजन श्रीकृष्ण जन्म और उनके ब्रज में आगमन की अपार खुशी