तुम्हे झूले में झुलाऊँगा, सावन को आने दो,
सावन को आने दो, सावन को आने दो ।।
तर्ज – सावन को आने दो ।
अम्बुआ की हरी भरी डारी, डारी पे झूला डलाऊँ,
झूले में तुमको बिठा के, धीरे धीरे झूला झुलाऊँ,
पेंगे लगाऊगा, कजरी सुनाऊगा,
झूमूँगा गाऊगा, सावन को आने दो,
तुम्हे झूले में झुलाउंगा, सावन को आने दो ।।
सुख दुःख के झूले में झूले, परिवार मेरा ये सारा,
ऐसे में कैसे सजाऊँ, झूला ओ मैया तुम्हारा,
जब चैन पाउँगा, नहीं देर लगाऊगा,
मैं दौड़ के आऊंगा, सावन को आने दो,
तुम्हे झूले में झुलाउंगा, सावन को आने दो ।।
झूला झुलाऊँगा तुमको, पर ये शर्त है हमारी,
मैं तुमको भजन सुनाऊँ, पायल बजे जब तुम्हारी,
फूलो से सजाऊगा, ‘बेधड़क’ रिझाऊगा,
दरबार में आऊंगा, सावन को आने दो,
तुम्हे झूले में झुलाउंगा, सावन को आने दो ।।
लिरिक्स – पप्पू बेधड़क जी
तुम्हे झूले में झुलाऊँगा, सावन को आने दो लिरिक्स in Hindi
