जय सियाराम, जय सियाराम, जप ले प्यारे जय सियाराम: यह भजन प्रभु श्रीराम और माता सीता की महिमा का अद्भुत गुणगान है। इसमें बार-बार “जय सियाराम” का जप करते हुए भक्तों को यह संदेश दिया गया है कि राम नाम का स्मरण जीवन की सभी कठिनाइयों को दूर कर देता है। इसमें अयोध्या नगरी के हर्षोल्लासपूर्ण दृश्य का वर्णन है, जहां ढोल-नगाड़े बज रहे हैं, संतों की मनोकामनाएँ पूर्ण हो रही हैं और घर-घर में रामराज्य की तैयारी हो रही है। यह भजन भक्तों के हृदय में भक्ति, उत्साह और आनंद का संचार करता है।
जय सियाराम, जप ले प्यारे जय सियाराम लिरिक्स in hindi
जय सियाराम, जय सियाराम, जप ले प्यारे जय सियाराम,
सियाराम के जपने से, बन जाए तेरे बिगड़े काम ।।
जय सियाराम, जय सियाराम, जप ले प्यारे जय सियाराम,
राजाराम, सीताराम, राजाराम, सीताराम ।।
सरयू तट पर धूम मची है, आज अवध दुल्हन सी सजी है,
बज रहे ढोल-नगाड़े हो देखो, अवध पधारे अवधपति हैं,
संतों के हुए पुरण काम, जयकारे गूंजे अविराम ।।
जय सियाराम, जय सियाराम, जप ले प्यारे जय सियाराम,
राजाराम, सीताराम, राजाराम, सीताराम ।।
सज गए आंगन द्वारे-बारी, आन बिराजे अवध बिहारी,
आन बिराजे भगवाधारी, आन बिराजे भगवाधारी,
दर्शन को तरसे नर-नारी, राजतिलक की करो तैयारी,
घर-घर फेहरा भगवा रंग, नाचे-गाए रे बजरंग ।।
जय सियाराम, जय सियाराम, जप ले प्यारे जय सियाराम,
राजाराम, सीताराम, राजाराम, सीताराम ।।
देव सुमन बरसा रहे हैं, भक्त भजन तेरे गा रहे हैं,
सियाराम की शोभा देखकर, सबके मन हर्षा रहे हैं,
सत्य की हो गई जय-जयकार, राम बने मेरे सरकार।।
जय सियाराम, जय सियाराम, जप ले प्यारे जय सियाराम,
राजाराम, सीताराम, राजाराम, सीताराम ।।
लिरिक्स – शोभा सोनी जी & हर्ष मंडलोई जी